एक रुपए का महत्व
बचपन से सुनते आए हैं कि शुभ कार्यों में एक रुपया जरूर शामिल करना चाहिए। मेरे बचपन से लेकर आज तक मंगल कार्यों जैसे शुभ विवाह आदि में शगुन देने के लिए जो लिफाफे मिलते हैं, उनमें एक रुपए का सिक्का पहले से लगा होता है। आज तक एक रुपए के सिक्के की कमी कभी देखने को नहीं मिली। अभी हाल में कई कार्यों जैसे कि नाती की गेंद, छोटे छोटे खिलौने, दीवाली की खरीदारी, गंगा मैया में स्नान के बाद बूढ़ी अम्मा से टीका लगवाने तक, जब एक रुपया अतिरिक्त लगा कर दिया तो इतना आशीर्वाद मिला जैसे अनगिनत खजाना मिल गया हो मुझे। ऐसा है महत्व एक रुपए का।
@विनय की कलम से